देहरादून में रीजनल पार्टी ने UCC और भू कानून को लेकर किया विधानसभा घेराव ll समाचार UP/UK

Workers raised slogans regarding their demands

देहरादून में रीजनल पार्टी ने UCC और भू कानून को लेकर किया विधानसभा घेराव ll समाचार UP/UK

Report By - Pradeep Bhandari 

देहरादून - राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा क्षेत्र के पहले दिन मूल निवास और भू कानून की मांग को लेकर विधानसभा का घिराव किया राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल सहित तमाम पदाधिकारियों के साथ रीजनल पार्टी के कार्यकर्ता ने मजबूत भू-कानून और मूल निवास 1950 लागू करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए नेहरु कालोनी के फव्वारा चौक से विधान सभा के लिए कूच किया।

 विधानसभा के कुछ पहले भारी पुलिस बल ने बैरिकेडिंग लगाकर जुलूस को रोक लिया। इस पर रीजनल पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस से ही उलझ गये । कुछ देर तक धक्कामुक्की के बाद तमाम कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी करते हुए वहीं धरने पर बैठ गये। कुछ देर बाद मौके पर मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल और मुख्यमंत्री को मांगपत्र प्रेषित किया। 

राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि सरकार मूलनिवास भूकानून से जनता का ध्यान हटाने के लिए लिए यूसीसी जैसा कानून थोप रही है। सेमवाल ने यूसीसी से लिव-इन रिलेशनशिप कानून को हटाने की मांग की और कहा कि या तो ये कानून पूरे देश मे सभी जाति धर्म के लोगों पर एक साथ लागू हो या फिर इसे हटा दिया जाए।

प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने मांग की, कि सरकार पूरे उत्तराखंड को ओबीसी का दर्जा दे और पूरे पर्वतीय क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने का संकल्प पारित कर केंद्र सरकार को भेजे। 

 

ये लोग रहे मुख्य रूप से मौजूद 

 इस मौके पर प्रदेश संगठन सह सचिव राजेंद्र गुसाई, विनोद कोठियाल, राजेंद्र कोठियाल, सुरेंद्र चौहान, ललित श्रीवास्तव, प्रांजल नौडियाल, मीना थपलियाल, रंजना नेगी, रचना थपलियाल, मंजू रावत, रजनी कुकरेती, शान्ति चौहान, शशी रावत, द्रोपदी रावत, सोभित भद्री, वेद प्रकाश भट्ट, उपेंद्र सकलानी, वलबीर सिंह नेगी, गुलाब सिंह रावत, बीना डिमरी, मीनाक्षी नौटियाल, शैलेन्द्र गुसांई, पवन बिजल्वाण, अमन रावत, उमा खण्डूरी, ओमप्रकाश खण्डूरी, पंकज उनियाल, सुमित थपलियाल, नीरज भराटी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।