बच्चों की सुरक्षा, स्कूली वाहनों के लिए चलाया विशेष चेकिंग अभियान ll समाचार UP/UK
Special campaign conducted regarding traffic rules

Report By - Peter John
देहरादून -उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आज स्कूली वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर में संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारा विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस ने स्कूली वाहनों की सुरक्षा जांच की, जिसमें वाहन चालकों को क्षमता से अधिक बच्चे न बैठाने की हिदायत दी गई। साथ ही, वाहनों में कैमरे लगवाने, दो पहिया वाहनों पर हेलमेट लगाने और गैस किट व फर्स्ट एड बॉक्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया। इन नियमों का उल्लंघन करने वाले 79 वाहनों के चालान किये गये l
आपको बता दे स्कूली बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत डाॅ0 अनीता चमोला, संभागीय परिवहन अधिकारी,(प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) देहरादून संभाग द्वारा देहरादून शहर में स्कूली वाहनों की चैकिंग हेतु चैकिंग अभियान चलाया गया। अभियान के तहत प्रवर्तन दलों द्वारा ई0सी0 रोड़, सुभाष रोड़, सहारनपुर रोड़, चकराता रोड़, राजपुर रोड़ पर चैकिंग अभियान चलाया गया।
उक्त अभियान में 04 टीमंे लगायी गयी थीं जिनके द्वारा 17 स्कूल वाहनों व दुपहिया वाहनों सहित कुल 79 वाहनों के चालान किये गये।
प्रवर्तन दलों द्वारा विभिन्न स्कूलों के बाहर प्रवर्तन दलों द्वारा स्कूली वाहनों की चैकिंग की गयी। चैकिंग के दौरान कई अभिभावक अपने निजी वाहनांे से स्कूल के बच्चों को ले जाते हुए पाये गये।
प्रवर्तन टीमों द्वारा चैकिंग के दौरान यह भी देखा गया कि कई अभिभावकों द्वारा दुपहिया वाहन में स्कूली बच्चों को भी हैल्मेट पहनाकर स्कूल ले जाया जा रहा था। प्रवर्तन टीमों द्वारा ऐसे सभी जागरूक अभिभावकों की सराहना की गयी व उपस्थित जनता को इस सम्बन्ध में जागरूक किया गया।
डाॅ0 अनीता चमोला, संभागीय परिवहन अधिकारी,(प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) देहरादून के निर्देशन में चलाये गये उक्त अभियान में सुश्री अनुराधा पन्त, सुश्री श्वेता रौथाण, परिवहन कर अधिकारी एवं श्री आनंद रतूड़ी, श्री अरविन्द भरत, परिवहन उप निरीक्षक सम्मिलित थे।
संभागीय परिवहन अधिकारी,(प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) देहरादून द्वारा बताया गया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा एक अति महत्वपूर्ण विषय है जिसको सुनिश्चित किये जाने हेतु नियमित चैकिंग कार्यवाही के साथ-साथ समय-समय पर स्कूली वाहनों की चैकिंग हेतु अभियान चलाये जाते हैं। यह अभियान भविष्य में भी चलाये जायेंगे।
उनके द्वारा अभिभावकों से भी अपील की गयी है कि वे ओवरलोड स्कूल वाहनों में बच्चोे को स्कूल न भेजें। यह भी अपील की गयी है कि बच्चों को स्कूल वाहन में भेजने से पहले जांच कर लें कि स्कूल वाहन में वैध लाईसेंसधारक चालक कार्यरत हों व वाहन के प्रपत्र वैध हों। यदि कोई अनियमितता करता है तो उसकी शिकायत परिवहन कार्यालय की जा सकती है।